अमित बोलने से अधिक लिखने में सुकून पाते हैं, क्योंकि लेखन में एक विशेष प्रकार की स्वतंत्रता और ठहराव होता है। वे वर्षों से लिखते आ रहे हैं, लेकिन यह उनका पहला प्रकाशित संग्रह है। पेशे से एक आईटी इंजिनीयर, सूरज ढलते ही वो एक लेखक में परिवर्तित हो जाते हैं। प्रकृति, जीवन और कभी-कभी प्रेम पर लिखना उन्हें आनंद देता है। उनकी कविताएँ भावनाओं और विचारों का सुंदर मिश्रण हैं, जो पाठकों को उनके अपने अनुभवों से जोड़ने की क्षमता रखती हैं।